अनोखी इच्छा
मन के कोने में हुई सुबुगाहट चलो आज पत्थरों से दिल लगाएँ आस-पास चलते दिल...
6 Years Ago
एक तराना
चादर की सलवटें सुनातीं हैं बीती रात का एक अफसाना तकिये का सीला कोना दिखात...
6 Years Ago
एक ख्वाइश
ज़िंदगी के कुछ पल चुराने हैं अभी सुकून बहुत मिल चुका है लेकिन कुछ पल फिर भी स...
7 Years Ago
ज़िंदगी क्या दिखाना चाहती है मुझे
कभी सूखी ज़मीन तो कभी गीली रेत पर चलाती है मुझे, ज़िंदगी तू बता ज़रा, क्या दिखान...
7 Years Ago
बचपन
निंदियाई आँखों को खोल कर मंद-मंद मुस्काता बचपन , बंद मुट्ठी को बार बार तान ...
7 Years Ago
रिश्ते
रिश्ते जिंदगी है या जिंदगी से रिश्ते , जिंदगी बीत गयी बनते बिगड़...
7 Years Ago