Sanjay Grover

Sanjay Grover's Saral Ki Diary

कुछ दूर चलके रास्ते सब
एक से लगे/मिलने गए किसी
से मिल आए किसी से से
हम-निदा

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  • Updated 3 Years Ago

एक चुटकी ुतियापा

Updated 6 Years Ago

‘चुन्नी कहां हैं ? मेरी चुन्नी कहां है ?’ बाहर से घंटी बजती और माताजी घबरा जाते ; हालांकि सलवार-कमीज़ पहने हैं, स्वेटर पहने हैं, ज़ुराबें पहन...
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