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Abhishek Pareek's Syaah Indradhanush Aur Chaandani Raten

My thoughts mostly in Hindi expressed mostly through poetry

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  • Updated 13 Years Ago

कल तस्वीर में मैं रहूँ, न रहूँ ।

Updated 14 Years Ago

कल तस्वीर में मैं रहूँ, न रहूँ ।
मेरी पीठ पीछे, शाम तुम ढली जाती हो, मैं जानता हूँ कि तुम चली जाती हो, फ़िसलते-लुढ़कते इस सूरज के साथ, सामने से घिरी आ रही है रात । मगर रात भी तो मेहमान है बस रात भर की ही, चली जाएगी, जैसे जीवन में आत…
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