D

Deepa Joshi's Alpviraam

collection of hindi poems

  • Rated2.6/ 5
  • Updated 3 Years Ago

अल्प विराम

Updated 6 Years Ago

अल्प विराम
अलि  री सघन पथ ये प्रेम का  कभी हंसते आर्द्र  नयन सुख का आसव छलकाने को बने समाधि एक पल में सुख-दुख का भेद मिटाने को । भटके  कभी व्या...
Read More