कुन्दन कुमार मल्लिक's Kundan Kavya

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गाँव की भोर

Updated 12 Years Ago

भोर की बेला खिड़की से छन छन कर आती धूप चिड़ियों की वो चहचाहट गलियों में बच्चों का शोर आज अरसे बाद जब जल्दी उठा तो जाना गाँव की सुबह आज भी उत...
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