Submit Blog Post
Home
Blog
Sign Up
Sign In
Careers
Contact
Healthy Bran Muffins With Molasses
Roasted Cauliflower Salad
Healthy Bran Muffins With Molasses
Roasted Cauliflower Salad
Home
Blog
Sign Up
Sign In
Forum
Careers
Contact
Ravindra Ranjan's
My Letter
The Voice of Your Heart चिट्ठियां
करती हैं आपकी बात
Rated
2.4/ 5
Updated
3 Years Ago
Blog by Ravindra Ranjan
From
Rate Now
2.38/5
1
2
3
4
5
शहीद की बेटी को DIG का खुला ख़त, तुम्हारे आंसुओं का हर कतरा हमारे दिलों को कचोट रहा है
Updated 6 Years Ago
By
Ravindra Ranjan
एएसआई अब्दुल राशिद को आतंकी हमले के दौरान गोली लगी थी। उस दौरान वह ड्यूटी पर थे और पुलिस स्टेशन लौट रहे थे। पिता की मौत के बाद ज़ोहरा को जब यह खबर दी गई तब वह अपने स्कूल में थी। वह लगातार रो रही थी।
Read More
More Blog Posts By Ravindra Ranjan
विश्व हिंदू परिषद को कुणाल कामरा का खुला खत, अगर तुम सरकारी पालतू हो तो ही तुम्हें मेरी बात बुरी लग सकती है
महाशिवरात्रि पर भगवान शिव और पार्वती के नाम एक भक्त का खत, आप दोनों प्रेम की अद्भुत मिसाल हैं
रक्षाबंधन पर भाई के नाम एक आज़ाद ख़्याल बहन का ख़त, "बहनों को वो गिफ्ट क्यों नहीं देते जिसकी उन्हें सबसे ज्यादा जरूरत है"
इकतरफा प्रेमिका के नाम खुला खत, प्रेमिकाएं तो इससे पहले भी देखी हैं, लेकिन तुम्हारे जैसी...भगवान बचाए !
Rss के स्वयंसेवकों के नाम एक पूर्व स्वयंसेवक का खुला खत, कितना झूठ बोलोगे? याद रखो, नफरतों से परिवार, समाज और राष्ट्र तक टूट जाते हैं!
हिमाचल के भाजपा नेता चेतन बारागटा के नाम खुला खत, अगर आप सच में बागवानों की पीड़ा समझते तो खुद भी हमारे साथ सड़क पर संघर्ष कर रहे होते
बिहार के शिक्षा मंत्री के नाम खुला ख़त, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की शिक्षा नीति ने बिहार की शिक्षा को बर्बाद कर दिया है
लालकृष्ण आडवाणी के नाम खुला ख़त, आप शतायु हों और सौ साल तक यूं ही जीते रहें कांटे की चुभन के साथ !
महात्मा गांधी के नाम 'आधुनिक भारत' के एक नागरिक की चिट्ठी, प्रिय बापू ! हमने बहुत तरक्की कर ली है, तुम देखोगे तो हैरान रह जाओगे!
जर्मनी के नाजी तानाशाह एडोल्फ हिटलर के नाम चिट्ठी में महात्मा गांधी ने क्या लिखा था?
%e0%a4%85%e0%a4%ac%e0%a4%95%e0%a5%80+%e0%a4%ac%e0%a4%be%e0%a4%b0+%e0%a4%a4%e0%a5%81%e0%a4%ae%e0%a5%8d%e0%a4%b9%e0%a5%87%e0%a4%82+%e0%a4%96%e0%a5%81%e0%a4%b2%e0%a4%95%e0%a4%b0+%e0%a4%88%e0%a4%a6+%e0%a4%95%e0%a5%80+%e0%a4%ae%e0%a5%81%e0%a4%ac%e0%a4%be%e0%a4%b0%e0%a4%95%e0%a4%ac%e0%a4%be%e0%a4%a6+%e0%a4%a8%e0%a4%b9%e0%a5%80%e0%a4%82+%e0%a4%a6%e0%a5%87+%e0%a4%aa%e0%a4%be+%e0%a4%b0%e0%a4%b9%e0%a4%be+%e0%a4%b9%e0%a5%82%e0%a4%82+%e0%a4%a6%e0%a5%8b%e0%a4%b8%e0%a5%8d%e0%a4%a4%2c+%e0%a4%a6%e0%a5%87%e0%a4%b6+%e0%a4%ac%e0%a4%a6%e0%a4%b2+%e0%a4%97%e0%a4%af%e0%a4%be+%e0%a4%b9%e0%a5%88%2c+%e0%a4%87%e0%a4%b8%e0%a4%b2%e0%a4%bf%e0%a4%8f+%e0%a4%ae%e0%a5%88%e0%a4%82+%e0%a4%ad%e0%a5%80+%e0%a4%ac%e0%a4%a6%e0%a4%b2+%e0%a4%97%e0%a4%af%e0%a4%be+%e0%a4%b9%e0%a5%82%e0%a4%82+%21+
%e0%a4%ae%e0%a5%81%e0%a4%9d%e0%a5%87+%e0%a4%ac%e0%a4%a6%e0%a4%a8%e0%a4%be%e0%a4%ae+%e0%a4%95%e0%a4%b0%e0%a4%a8%e0%a5%87%e0%a5%87+%e0%a4%b2%e0%a4%bf%e0%a4%8f+%e0%a4%b2%e0%a5%8b%e0%a4%97+%e0%a4%b2%e0%a4%be%e0%a4%b6+%e0%a4%ac%e0%a4%a8%e0%a4%95%e0%a4%b0+%e0%a4%a8%e0%a4%a6%e0%a5%80+%e0%a4%ae%e0%a5%87%e0%a4%82+%e0%a4%a4%e0%a5%88%e0%a4%b0+%e0%a4%b0%e0%a4%b9%e0%a5%87+%e0%a4%b9%e0%a5%88%e0%a4%82%2c+%e0%a4%ac%e0%a4%a4%e0%a4%be%e0%a4%93+%e0%a4%a4%e0%a5%8b+%e0%a4%ad%e0%a4%b2%e0%a4%be+%e0%a4%af%e0%a5%87+%e0%a4%95%e0%a5%8c%e0%a4%a8+%e0%a4%b8%e0%a4%be+%e0%a4%9c%e0%a4%bf%e0%a4%b9%e0%a4%be%e0%a4%a6+%e0%a4%b9%e0%a5%88%3f
%e0%a4%aa%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a5%87%e0%a4%ae-%e0%a4%aa%e0%a4%a4%e0%a5%8d%e0%a4%b0+%e0%a4%94%e0%a4%b0+%e0%a4%b9%e0%a5%87%e0%a4%a1%e0%a4%ae%e0%a4%be%e0%a4%b8%e0%a5%8d%e0%a4%9f%e0%a4%b0%2c+%e0%a4%ac%e0%a5%87%e0%a4%88%e0%a4%ae%e0%a4%be%e0%a4%a8%e0%a5%80+%e0%a4%9a%e0%a4%be%e0%a4%b9%e0%a5%87+%e0%a4%b8%e0%a5%80%e0%a4%96+%e0%a4%b2%e0%a5%8b%2c+%e0%a4%aa%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a5%87%e0%a4%ae-%e0%a4%aa%e0%a4%a4%e0%a5%8d%e0%a4%b0+%e0%a4%ae%e0%a4%a4+%e0%a4%b2%e0%a4%bf%e0%a4%96%e0%a5%8b%2c+%e0%a4%97%e0%a5%81%e0%a4%b0%e0%a5%81+%e0%a4%95%e0%a4%be+%e0%a4%95%e0%a5%8d%e0%a4%af%e0%a4%be+%e0%a4%af%e0%a4%b9%e0%a5%80+%e0%a4%ab%e0%a4%bc%e0%a4%b0%e0%a5%8d%e0%a4%9c%e0%a4%bc+%e0%a4%b9%e0%a5%88+%e0%a4%95%e0%a4%bf+%e0%a4%aa%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a5%87%e0%a4%ae+%e0%a4%aa%e0%a4%a4%e0%a5%8d%e0%a4%b0+%e0%a4%a6%e0%a5%87%e0%a4%96%e0%a4%be+%e0%a4%94%e0%a4%b0+%e0%a4%b8%e0%a4%9c%e0%a4%bc%e0%a4%be+%e0%a4%a6%e0%a5%87+%e0%a4%a6%e0%a5%80%3f
%e0%a4%ac%e0%a5%87%e0%a4%9f%e0%a5%87+%e0%a4%95%e0%a5%87+%e0%a4%a8%e0%a4%be%e0%a4%ae+%e0%a4%8f%e0%a4%95+%e0%a4%ae%e0%a4%be%e0%a4%82+%e0%a4%95%e0%a5%80+%e0%a4%aa%e0%a4%b9%e0%a4%b2%e0%a5%80+%e0%a4%94%e0%a4%b0+%e0%a4%86%e0%a4%96%e0%a4%bf%e0%a4%b0%e0%a5%80+%e0%a4%9a%e0%a4%bf%e0%a4%9f%e0%a5%8d%e0%a4%a0%e0%a5%80%2c+%e0%a4%a6%e0%a5%81%e0%a4%a8%e0%a4%bf%e0%a4%af%e0%a4%be+%e0%a4%95%e0%a5%87+%e0%a4%b9%e0%a4%b0+%e0%a4%ac%e0%a5%87%e0%a4%9f%e0%a5%87+%e0%a4%95%e0%a5%8b+%e0%a4%87%e0%a4%b8%e0%a5%87+%e0%a4%8f%e0%a4%95+%e0%a4%ac%e0%a4%be%e0%a4%b0+%e0%a4%9c%e0%a4%b0%e0%a5%82%e0%a4%b0+%e0%a4%aa%e0%a4%a2%e0%a4%bc%e0%a4%a8%e0%a4%be+%e0%a4%9a%e0%a4%be%e0%a4%b9%e0%a4%bf%e0%a4%8f+
%e0%a4%b9%e0%a4%bf%e0%a4%82%e0%a4%a6%e0%a5%80+%e0%a4%ae%e0%a5%80%e0%a4%a1%e0%a4%bf%e0%a4%af%e0%a4%ae+%e0%a4%b8%e0%a5%87+%e0%a4%b8%e0%a4%be%e0%a4%87%e0%a4%82%e0%a4%b8+%e0%a4%aa%e0%a4%a2%e0%a4%bc%e0%a4%a8%e0%a5%87+%e0%a4%b5%e0%a4%be%e0%a4%b2%e0%a5%87+%e0%a4%9b%e0%a4%be%e0%a4%a4%e0%a5%8d%e0%a4%b0+%e0%a4%95%e0%a4%be+%e0%a4%aa%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a5%87%e0%a4%ae+%e0%a4%aa%e0%a4%a4%e0%a5%8d%e0%a4%b0%2c+%e0%a4%a4%e0%a5%81%e0%a4%ae%e0%a5%8d%e0%a4%b9%e0%a4%be%e0%a4%b0%e0%a5%87+%e0%a4%ae%e0%a4%a8+%e0%a4%ae%e0%a4%b8%e0%a5%8d%e0%a4%a4%e0%a4%bf%e0%a4%b7%e0%a5%8d%e0%a4%95+%e0%a4%95%e0%a5%87+%e0%a4%b8%e0%a5%9e%e0%a5%87%e0%a4%a6+%e0%a4%b2%e0%a4%bf%e0%a4%9f%e0%a4%ae%e0%a4%b8+%e0%a4%aa%e0%a4%a4%e0%a5%8d%e0%a4%b0+%e0%a4%95%e0%a5%8b+%e0%a4%a8%e0%a5%80%e0%a4%b2%e0%a4%be+%e0%a4%95%e0%a4%b0%e0%a4%95%e0%a5%87+%e0%a4%b9%e0%a5%80+%e0%a4%a6%e0%a4%ae+%e0%a4%b2%e0%a5%82%e0%a4%82%e0%a4%97%e0%a4%be
%e0%a4%8f%e0%a4%95+%e0%a4%96%e0%a5%87%e0%a4%b2+%e0%a4%aa%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a5%87%e0%a4%ae%e0%a5%80+%e0%a4%95%e0%a4%be+%e0%a4%96%e0%a5%81%e0%a4%b2%e0%a4%be+%e0%a4%96%e0%a4%a4%2c+%e0%a4%b9%e0%a4%ae+%e0%a4%ad%e0%a5%82%e0%a4%b2+%e0%a4%97%e0%a4%8f+%e0%a4%a5%e0%a5%87+%e0%a4%95%e0%a4%bf+%e0%a4%87%e0%a4%b8+%e0%a4%a6%e0%a5%87%e0%a4%b6+%e0%a4%ae%e0%a5%87%e0%a4%82+%e0%a4%95%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a4%bf%e0%a4%95%e0%a5%87%e0%a4%9f+%e0%a4%95%e0%a5%87+%e0%a4%85%e0%a4%b2%e0%a4%be%e0%a4%b5%e0%a4%be+%e0%a4%ad%e0%a5%80+%e0%a4%a6%e0%a5%82%e0%a4%b8%e0%a4%b0%e0%a5%87+%e0%a4%96%e0%a5%87%e0%a4%b2+%e0%a4%96%e0%a5%87%e0%a4%b2%e0%a5%87+%e0%a4%9c%e0%a4%be%e0%a4%a4%e0%a5%87+%e0%a4%b9%e0%a5%88%e0%a4%82
वरुण गांधी को एक 'गोबर उठाने वाले' का ख़त, आप बीमार हैं, जाइये आपको माफ़ किया !
पीएम मोदी को खुला ख़त, एक लोकतांत्रिक देश के प्रधानमंत्री के ऐसे शब्द कैसे हो सकते हैं?
जिस्मफरोशी के रैकेट आजाद हुई लड़की का खुला ख़त, ये दर्दनाक दास्तां आपको झकझोर देगी
राहुल गांधी को गोवा के सीएम मनोहर पर्रिकर की चिट्ठी, अफसोस है कि मैं आपका असली इरादा भांप नहीं सका
ट्विटर पर पोस्ट इस चिट्ठी को पढ़कर हर कोई 22 साल की ओलिविया का दीवाना हो गया !
'देवभाषा' के विद्वानों के नाम एक 'अज्ञानी' की चिट्ठी, संस्कृत भाषा की हत्या का जिम्मेदार कौन?
नसीरुद्दीन शाह के नाम खुला ख़त, जिन्न को दोबारा बोतल में बंद करने का दायित्व हर संवेदनशील नागरिक का है !
प्यारी दीदी के नाम चिट्ठी, 'मैंने इस ज़िन्दगी को खुद चुना है, मुझे अपना मुक़दमा खुद लड़ना होगा'
मोहन भागवत को खुला ख़त, Rss कभी देश की बुनियादी समस्याओं पर बात क्योंं नहीं करता?
डियर दोस्त, अपने पर ही फिदा हो जाना और कभी निराश होकर खुद से ही रूठ जाना
इतनी क्रूरता कहां से आ गई कि एक घायल पुलिस अधिकारी को घेर-घेर कर मार दिया गया?
लिखते हुए निराश नहीं हूं, लेकिन मैं तुम्हें कभी नहीं बताऊंगा कि मैंने यह तुम्हारे लिए लिखा है
आतंकियों के नाम शहीद इम्तियाज मीर के परिवार का खुला ख़त, तुमने उसे मार डाला जो कश्मीर से बेहद प्यार करता था
''एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री के 80 प्रतिशत मर्दों की #metoo से नींद हराम हो गई है''
बुजुर्ग प्रेमी का भावुक ख़त, डार्लिंग ! अब प्यार मोहब्बत का नहीं, तू नहीं और सही का जमाना है
'ख' के नाम 'क' का खुला ख़त, डरता हूं कहीं मैं भी 'बुद्धिजीवी' या 'प्रगतिशील' न हो जाऊं !
'इलाहाबाद मेरी शख्सियत का हिस्सा है, कोई मुझे मेरे शहर की यादों से बेदखल नहीं कर सकता'
पढ़िए, मोदी के मर्डर की साजिश की वह कथित चिट्ठी, जिसके आधार पर पांच 'अर्बन नक्सलियों' की गिरफ्तारी हुई
सुधा भारद्वाज की बेटी मायशा की चिट्ठी, मां को बोलते हैं कि नक्सली है, लोग पागल हो चुके हैं
इंदौर के इंडेक्स मेडिकल कॉलेज की छात्रा का आखिरी ख़त, मैं अब और नहीं लड़ सकती
मेरी प्रिय, मैं अब हजार तरह के पाप, प्रायश्चित, गुनाह और दूरियां पचाने लगा हूं
मुजफ्फरपुर कांड पर नीतीश को तेजस्वी की चिट्ठी, खेलने की उम्र में वो खिलौना बन गईं
लिखना मुझे अच्छा लगता है क्योंकि लिखते हुए जीवन की तहें मेरे आगे खुलती हैं
सवा महीने की बेटी के नाम पिता की चिट्ठी, तुम मेरे जीवन का ख़ूबसूरत नजराना हो
TAGS
Letter
Khatt
Sandesh
Msg
Note
New Blog Posts
Healthy Bran Muffins With Molasses
0
Roasted Cauliflower Salad
0
Instant Pot Lentil Cauliflower Curry
0
What Should You Look for When Choosing Accommodation in
0
Break Language Barriers in Ads Using an AI Video Editor
0
GTA Vice City gets an unofficial HTML5 port, runs direc
0
Samsung Exynos 2600 debuts as the world’s first 2nm s
0
FIFA Football Game to Launch on Netflix Games Ahead of
0