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Shiv Kumar Sahil's Sahil Or Shayari

About my feelings which reflect through my Gazals & Poems.

  • Rated2.7/ 5
  • Updated 5 Years Ago

Recent blog posts from Sahil Or Shayari


मन   ( MY Inner Man)
मन ( MY Inner Man)
मेरी कल्पनाओँ  से भी  आगे जाकर  घर है तेरा  मैं तुझ तक कैसे पहंचु  बता मेरे म...
5 Years Ago
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 ईश्क़ की गहराई
ईश्क़ की गहराई
जब ईश्क़ की गहराई में उतरा  देखा ....  वहां सिर्फ रूह थी तुम्हारी  जिसका कोई ज...
5 Years Ago
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रूह की गहराई
रूह की गहराई
क्यों डूबा है चाँद गहरी तन्हाई में  सूरज जल रहा है किसकी बेबफाई में  समंदर क...
5 Years Ago
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तलाश
मौत का डर है जिसको  और जानिब मौत  के  दौड़ लगाई है जिसने  कभी देखी है वो जिंदगी...
8 Years Ago
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मोनालिसा की तस्वीर
मोनालिसा की तस्वीर
मैने हाथ को कंघी बनाकर  कभी गेसू सँवारे थे तुम्हारे  क्या याद है तुम्हे  ...
8 Years Ago
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माँ  का  प्यार
माँ का प्यार
दोस्त , दौलत ना संसार चाहिए  मुझको मेरी माँ का प्यार चाहिए  चाहिए मेरी  माँ ...
8 Years Ago
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