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M VERMA's Phool Kante

Hindi Blog

  • Rated2.0/ 5
  • Updated 11 Years Ago

Recent blog posts from Phool Kante


और दर्पण टूटने से बच गया … (लघुकथा)
और दर्पण टूटने से बच गया … (लघुकथा)
वह दर्पण के सामने खड़ी हो गयी और बोली, “बता दर्पण ! मेरी ख़ूबसूरती के बारे में ब...
11 Years Ago
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पीकर बेचारा किसी नाले में पड़ा होगा ….
पीकर बेचारा किसी नाले में पड़ा होगा ….
शाम हो चुकी है भला कैसे खड़ा होगा पीकर बेचारा किसी नाले में पड़ा होगा . उसकी म...
11 Years Ago
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जो नंगा है , वही चंगा है .....
जो नंगा है , वही चंगा है .....
(वैधानिक चेतावनी : यहाँ शारीरिक नंगई को कोई स्थान नहीं है) नंगा होने का सुख न...
11 Years Ago
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तुम्हारी आशिकी शक के दायरे में है …
तुम्हारी आशिकी शक के दायरे में है …
पीये और पिलाए नहीं तो क्या किया? पीकर भी जो लड़खडाए नहीं, तो क्या किया? . तुम्...
12 Years Ago
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आजकल वे मुझसे नाराज़ हैं …
आजकल वे मुझसे नाराज़ हैं …
आजकल वे मुझसे नाराज़ हैं. यूँ तो मैं कभी नाराज़ नहीं होता और न किसी की नाराजगी क...
12 Years Ago
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कृपया अनुमान लगायें ये किससे बात कर रहे होंगे
कृपया अनुमान लगायें ये किससे बात कर रहे होंगे
राह/भीड़ मे खो जाने का खतरा संग अपने मोबाईल रक्खो .. चित्र 1 चित्र 2 ...
12 Years Ago
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