Shoma abhyankar

Shoma Abhyankar's Thinking Aloud

personal thoughts and poetry

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  • Updated 5 Years Ago

कुछ लम्हे ख़ास होते हैं

Updated 6 Years Ago

कुछ लम्हे ख़ास होते हैं यूँ ही दस्तक दे, छन से बिखर जाते हैं सवाल खड़े कर जाते हैं… वह पल पहले आता तो? क्या यूँ ही गुदगुदा जाता? या तब भी ओझल हो जाता ? वक्त तब क्या करवट लेता? रुला जाता या नशा …
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